हैदराबाद। (वार्ता) राष्ट्रीय महिला आयोग (एनडब्ल्यूसी) ने तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के बाहरी इलाके शादनगर में सरकारी पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ शुक्रवार को स्वत: संज्ञान लिया जबकि पुलिस ने इस सिलसिले में सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने एक ट्वीट में कहा कि पीड़ित परिवार की सहायता के लिए एनडब्ल्यूसी की एक टीम हैदराबाद भेजी गई है।
गौरतलब है कि गुरुवार को अपने घर जा रही 27 वर्षीय महिला पशु चिकित्सक का अपहरण कर लिया गया और उसकी हत्या कर दी गई। शादनगर के पास उसके शरीर में आग भी लगा दी गई थी। साइबराबाद पुलिस ने शुक्रवार को यहां 27 वर्षीय सरकारी पशु चिकित्सक से सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में दो लॉरी चालक और दो सहायकों समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सीसीटीवी विश्लेषण और चश्मदीद गवाहों की मदद से पुलिस ने इस जघन्य कांड से पर्दा उठाया है। आरोप है कि इन चारों ने मिलकर पशु चिकित्सक की हत्या से पहले उनके साथ सामूहिक बलात्कार भी किया।
पुलिस ने कहा कि अभियुक्तों को अधिकतम सजा दिलाने और उनके खिलाफ तेजी से मुकदमा चलाने के लिए महबूबनगर फास्ट-ट्रैक अदालत को मामला सौंपने का अनुरोध किया जाएगा। जांच के बाद, चार आरोपियों - मोहम्मद उर्फ आरिफ (लॉरी चालक), जोलू शिवा, जोलू नवीन (दोनों सहायक) और चिंताकुंटा चेन्नेकशवुलु उर्फ चेन्ना (चालक) को शादनगर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सभी आरोपी नारायणपेट जिले के मकतल मंडल के निवासी हैं। गवाहों और सीसीटीवी के विवरण एकत्र करने के लिए 10 टीमों का गठन किया गया है।
आरोपियों के कबूलनामे और एकत्र किए गए सबूतों के आधार पर, यह पता चला है कि चारों आरोपी अपराध में शामिल थे। साइबराबाद के पुलिस आयुक्त वी सी सज्जनर ने पत्रकारों से कहा कि चार आरोपियों ने बुधवार की शाम छह बजे पीड़िता को अपना दोपहिया वाहन शमशाबाद के तोंदुपल्ली टोलगेट में पार्क करते हुए देखा, उसी समय सभी ने अपराध करने की योजना बनाई थी। अपनी योजना के अनुसार, उन्होंने जानबूझकर पीड़ित की स्कूटी के पिछले टायर से हवा निकाल दी और उस समय सभी आरोपी नशे में थे। इसके बाद इन चारों ने मिलकर इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया।